PM मोदी ने हिमाचली पुला चप्पलें खरीदीं | काशी पुजारियों को परंपरा का तोहफ़ा | Himachal Box

परंपरा का तोहफ़ा: पीएम मोदी ने काशी के पुजारियों के लिए खरीदी हिमाचली पुला चप्पलें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश की महिलाओं द्वारा बनाई गई पारंपरिक पुला (Pullan/Pulla) चप्पलें खरीदीं और उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को भेंट किया। यह कदम न सिर्फ़ एक धार्मिक संवेदनशीलता का प्रतीक है, बल्कि हिमाचल की परंपरा और महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के हुनर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाला भी है।


पुला क्या है?

  • पुला पारंपरिक चप्पल है, जिसे भांग (Hemp) के डंठल की छाल से हाथ से बुना जाता है।

  • इन्हें “शुद्ध” माना जाता है और यही वजह है कि मंदिरों में उपयोग योग्य होती हैं।

  • हिमाचल प्रदेश के खासकर कुल्लू, मंडी और सिराज घाटी में यह परंपरा सदियों से जीवित है।

  • सर्दियों में इन्हें घर के भीतर भी पहनना बेहद आरामदायक माना जाता है।


पीएम मोदी का यह कदम क्यों ख़ास है?

  1. ध्यान पुजारियों की तकलीफ़ पर
    काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले पुजारी अक्सर नंगे पैर रहते हैं, क्योंकि सामान्य जूते-चप्पल मंदिर परिसर में वर्जित हैं। ठंडे मौसम में यह उनके लिए मुश्किलभरा हो जाता है।

  2. हिमाचल की महिलाओं का हुनर
    पीएम मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से संपर्क किया और ऐसे महिला समूहों की पहचान करवाई जो पुला बनाते हैं। सिराज क्षेत्र के दो महिला SHG को यह काम सौंपा गया।

  3. निजी खाते से भुगतान
    प्रधानमंत्री ने अपने व्यक्तिगत खाते से ₹12,000 का भुगतान कर पुला खरीदे और इन्हें काशी के पुजारियों को भेजा।

  4. संवेदनशीलता और प्रतीकात्मकता
    यह पहल केवल उपहार नहीं, बल्कि परंपरा और शिल्प को सम्मान देने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं की आजीविका को भी सहयोग करने वाला कदम है।


असर और महत्व

हिमाचली कारीगरों के लिए

  • स्थानीय महिलाओं को आर्थिक सहयोग मिला।

  • पारंपरिक शिल्प को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली।

  • आने वाली पीढ़ियों के लिए इस कला को बचाने की प्रेरणा मिली।

धार्मिक दृष्टि से

  • मंदिर परंपराओं का सम्मान करते हुए एक व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किया गया।

  • “शुद्ध” मानी जाने वाली पुला का चयन धार्मिक दृष्टि से भी उपयुक्त है।

सामाजिक और राजनीतिक संदेश

  • यह कदम “स्थानीय से वैश्विक” (Vocal for Local) की भावना को दर्शाता है।

  • राजनीति से परे, यह ग्रामीण भारत की संस्कृति और परंपरा को मजबूत करने वाला संकेत है।


निष्कर्ष

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हिमाचली महिलाओं से खरीदी गई पुला केवल एक साधारण चप्पल नहीं है। यह भक्ति, परंपरा, और स्थानीय कारीगरों के सम्मान का प्रतीक है। इस कदम ने हिमाचल की मिट्टी की खुशबू को काशी तक पहुँचा दिया है।

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